दिल को छूने वाली बांसुरी धुन

दिल को छूने वाली बांसुरी धुन ‘मेरे नैना सावन भादोंं’

Flute ! Mere Naina Sawan Bhadon ! दिल को छूने वाली बांसुरी धुन “मेरे नैना सावन भादों” ! By Prof Rajiv K. Saxena!

मेरे नैना सावन भादों – फिर भी मेरा मन प्यासा

  • चित्रपट / Film: मेहबूबा-(Mehbooba)
  • संगीतकार / Music Director: राहुलदेव बर्मन-(R D Burman)
  • गीतकार / Lyricist: आनंद बक्षी-(Anand Bakshi)
  • गायक / Singer(s): किशोर कुमार-(Kishore Kumar), लता मंगेशकर-(Lata Mangeshkar)
  • राग / Raag: Shivaranjani

Kishore version:

मेरे नैना सावन भादोंं
फिर भी मेरा मन प्यासा – (२)

ऐ दिल दीवाने, खेल है क्या जाने
दर्द भरा ये, गीत कहाँ से
इन होंठों पे आए, दूर कहीं ले जाए
भूल गया क्या, भूल के भी है
मुझको याद ज़रा सा, फिर भी …

बात पुरानी है, एक कहानी है
अब सोचूँ तुम्हें, याद नहीं है
अब सोचूँ नहीं भूले, वो सावन के झूले
ऋतु आये ऋतु जाये देके
झूठा एक दिलासा, फिर भी…

बरसों बीत गए, हमको मिले बिछड़े
बिजुरी बनकर, गगन पे चमके
बीते समय की रेखा, मैं ने तुम को देखा
मन संग आँख-मिचौली खेले
आशा और निराशा, फिर भी…

Lata version:

मेरे नैना सावन भादों
फिर भी मेरा मन प्यासा – (२)

बात पुरानी है…

ऐ दिल दीवाने …

बरसों बीत गए, हमको मिले बिछड़े
बिजुरी बनकर, गगन पे चमके
बीते समय की रेखा, मैंने तुमको देखा
तड़प तड़प के इस बिरहन को
आया चैन ज़रासा, फिर भी …

घुंघरू की छमछम, बन गई दिल का ग़म
डूब गया दिल, यादों में फिर
उभरी बेरंग लकीरें, देखो ये तसवीरें
सूने महल में नाच रही है
अब तक एक रक्कासा, फिर भी…

लिंक्स:

Check Also

Prof. Rajiv K. Saxena: Talk 3

Prof. Rajiv K. Saxena: Talk 3

Talk 3: Development of modern Science and where is the humanity headed. The third talk …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *