Tag Archives: Sleep

विश्व सारा सो रहा है – हरिवंश राय बच्चन

In night when the whole world sleeps, some lay awake. Their heart full of grief, they are the ones whose tears keep company with the night. Rajiv Krishna Saxena विश्व सारा सो रहा है हैं विचरते स्वप्न सुंदर, किंतु इनका संग तजकर, व्योम–व्यापी शून्यता का कौन साथी हो रहा है? …

Read More »

नई सहर आएगी – निदा फाज़ली

Here are some more thought provoking verses from Nida Fazli. Rajiv Krishna Saxena नई सहर आएगी रात के बाद नए दिन की सहर आएगी दिन नहीं बदलेगा तारीख़ बदल जाएगी हँसते–हँसते कभी थक जाओ तो छुप कर रो लो यह हँसी भीग के कुछ और चमक जाएगी जगमगाती हुई सड़कों …

Read More »