Tag Archives: Bal Swarup Rahi

अक्ल कहती है – बाल स्वरूप राही

अक्ल कहती है – बाल स्वरूप राही

Bal Swarup Rahi is one of my favorite poets. Here is a poem that is a realistic advisory for living a life. Rajiv Krishna Saxena अक्ल कहती है अक्ल कहती है, सयानों से बनाए रखना दिल ये कहता है, दीवानों से बनाए रखना लोग टिकने नहीं देते हैं कभी चोटी …

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राही के मुक्तक – बालस्वरूप राही

राही के मुक्तक – बालस्वरूप राही

Famous poet Bal Swaroop Rahi has written a large number of muktaks. Here are a few of them. Rajiv Krishna Saxena राही के मुक्तक मेरे आँसू तो किसी सीप का मोती न बने साथ मेरे न कभी आँख किसी की रोई ज़िन्दगी है इसकी न शिकायत मुझको गम तो इसका …

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