बाल कविता - सीखा हमने - परशुराम शुक्ल

बाल कविता – सीखा हमने – परशुराम शुक्ल

What do we learn from Nature?  From earth and sun?  Here Parshuram Shukl tells all children. Rajiv Krishna Saxena

बाल कविता – सीखा हमने

धरती से सीखा है हमने
सबका बोझ उठाना
और गगन से सीखा हमने
ऊपर उठते जाना

सूरज की लाली से सीखा
जग आलोकित करना
चंदा की किरणों से सीखा
सबकी पीड़ा हरना

पर्वत से सीखा है हमने
दृढ़ संकाल्प बनाना
और नदी से सीखा हमने
आगे बढ़ते जाना

सागर की लहरों से सीखा
सुख दुख को सह जाना
तूफानों ने यह सिखलाया
आफत से टकराना

~ परशुराम शुक्ल

लिंक्स:

Check Also

Meri Motor hai kuchh aisi!!!

बाल कविता – मेरी मोटर है कुछ ऐसी – राजीव कृष्ण सक्सेना

A child would love to drive a flying car! Here is a poem for kids.  …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *